वित्त मंत्रालय ने दी सलाह, जल्द बंद हो सकती है बीएसएनएल-एमटीएनएल
बीएसएनएल पर 14 हजार करोड़ की देनदारी
इस संदर्भ में सितंबर में भी पीएमओ में बैठक हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मामले पर जल्द निर्णय लेने का निर्देश दिया गया था। मामले के लिए सचिवों की एक कमेटी का गठन भी किया गया था। कमेटी का काम था कि वो सुझाव दे कि बीएसएनएल और एमटीएनएल को पुनर्जीवित किया जा सकता है या नहीं।
बंद करने पर आएगा ज्यादा खर्चा
वित्त मंत्रालय के अनुसार, बीएसएनएल और एमटीएनएल को बंद करने की योजना इसलिए बनायी गई है क्योंकि अभी टेलीकॉम इंडस्ट्री में आर्थिक संकट छाया हुआ है। इसलिए संभावना है कि कोई कंपनी शायद ही सरकारी कंपनियों में निवेश करने पर विचार करे।
बता दें कि दोनों कंपनियों में तीन प्रकार के सरकारी कर्मचारी हैं-
अगर पीएसयू कंपनी बंद हो जाती है, तो आईटीएस अधिकारियों को अन्य सरकारी कंपनियों में जगह दी जा सकती है।