डाक विभाग : Poem on Department of Posts

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।। डाक विभाग ।।



डाक विभाग हमारा
सब से निराला है।
कर्म हमाराधर्म हमारा,
सब से निराला है ।।

सरकारी योजनाओं को,
दूर दूर तक ले जाना है।
काम ही नही इसे केवल,
धर्म अपना माना है ।।

काम करते हमें रहना है,
कितनी भी situation हो टाइट,
सिख हमारी कहती है,
कस्टमर इज ऑलवेज राइट ।।

कितने बदलाव आये है,
कंप्यूटर के ज़माने में 
फिर भी हमे लड़ना है,
शॉर्टेज के इस जमाने में ।।

संचय गया, CBS हो गया,
CSI अब आया हैं 
नया मेनूनया रंग ढंग,
फिर भी हमने अपनाया हैं ।।

पोस्टमैन बन गया टेक्नोमैन,
एंड्रॉइड लेके घूमता है 
Addresse रह गया दूर,
कनेक्टिविटी को ढूंढता है ।।

RICT का बोलबाला,
गांवों गांवो में चलता हैं 
नेटवर्क ढूंढते BPM मानो,
POKEMON गेम खेलता हैं ।।

शिकायत नहीं फिर भी कोई,
हमें तो बस अब लड़ना हैं।
गंगाजलपासपोर्टआधार updation…
अब अच्छे दिनों को ढूँढना हैं ।।


                         

Thanks to
कवी- गजानन देसाई
डाक निरीक्षक, 
मापुसा सब डिविजन, गोवा

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